क्या है अम्मा की कैंटीन और इंदिरा की कैंटीन

Aazad Staff

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अम्मा की कैंटीन और इंदिरा के कहते हैं दोनों कैंटीन में कोई खास अंतर नहीं है। अम्मा की कैंटीन तमिलनाडु में चल रही है और इंदिरा की कैंटीन कर्नाटक में चल रही है।

अम्मा की कैंटीन में जितने भी खाना या मैन्यू कह लीजिए, लोगों तक पहुंचाए जाते हैं। अम्मा की कैंटीन इंदिरा की कैंटीन से सस्ते हैं। कुछ दिन पहले खबर आई थी की इंदिरा की कैंटीन का जब उद्घाटन हुआ, उसे अगले दिन ही खाना कम पड़ गया था।जिसकी वजह से कुछ लोगों को भूखा ही जाना पड़ा।

इंदिरा कैंटीन

सबसे पहले बात करते हैं इंदिरा की कैंटीन का। इस कैंटीन की योजना कर्नाटक के सिद्धारमैया सरकार ने की है। इस कैंटीन के चलते 5 रुपए में नाश्ता मिलेगा और 10-10 ₹ में दोपहर और रात का खाना खाने को मिलेगा। इंदिरा कैंटीन 16 अगस्त 2017 को शुरू हुआ था।

राहुल गांधी ने ट्विटर पर क्या कहा

सबसे पहले तमिलनाडु पर अम्मा कैंटीन शुरु की गई थी। जिसको देख कर कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में इंदिरा कैंटीन शुरू कर दी है। ए एनआई जो की समाचार एजेंसी है, उन्होंने बताया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस इंदिरा कैंटीन का उद्घाटन किया था। जिसमें लोगों को ₹5 में नाश्ता मिलेगा और दस दस रूपए में दोपहर और रात का खाना मिलेगा। इस योजना में जिससे लोगों ने उनका साथ दिया है। वह मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उनकी सरकार इन सब ने मिलकर इंदिरा कैंटीन योजना शुरू की है। इस पर राहुल गांधी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, कि यह कैंटीन का मुख्य उद्देश्य है कि सभी को भोजन प्राप्त हो। यही कांग्रेस का लक्ष्य है। इस कैंटीन के चालू हो जाने के बाद हमें लगता है कि बेंगलुरु का हर एक व्यक्ति भूखा नहीं मरेगा। सबको यहां पर खाना मुहैया करवाई जाएगी।

इस योजना के तहत कर्नाटक सरकार ने सबसे पहले चरण में 101 इंदिरा कैंटीन बेंगलुरु में आरंभ की है। खबरों की मानें तो अक्टूबर में महात्मा गांधी की 150 वी जयंती पर इस योजना को बढ़ाते हुए 97 वार्ड में इंदिरा कैंटीन खोली जाएगी। इस योजना के तहत मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया, कि वह इस योजना को लेकर बेहद उत्साहित और खुश हैं। क्योंकि उन्होंने भी भूख और कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में बहुत दिन ऐतिहासिक दिन बिताए हैं। उन्होंने बताया कि 2017 के बजट में उन्होंने इस योजना की घोषणा पहले ही कर दी थी।

अम्मा कैंटीन

सन 2013 में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने अम्मा कैंटीन की शुरुआत की थी। इस कैंटीन में रोजाना हजारों लोग खाना खाने आते हैं। यहां पर बेहद सस्ते दामों पर लोगों को खाना मुहैया कराया जाता है। इस कैंटीन में सुबह से लेकर दोपहर और शाम तक के खाने कि हर व्यवस्था की गई है। सुबह के नाश्ते में इडली एक रुपए में और पोंगल राइस 5रुपए में। दोपहर का खाना सांभर चावल, लेमन राइस, करी पत्ता चावल, 5रुपए में और दही चावल 3 रूपय में। रात का डिनर दो चपाती दाल के साथ तीन रुपए में। इस तरह का खाना यहां पर गरीबों को दिया जाता है।

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