हान्स क्रिश्चियन ग्रैम का जन्म आज ही के दिन यानी की १३सितंबर १८५३ को दानिश(कोपेनहेगन की राजधानी ) में हुआ। उनके पिता का नाम फ्रेडरिक टेरकेल जूलियस ग्राम था। वह न्यायशास्र के प्रोफेसर थे और लुईस क्रिश्चियन रोलैंड नामक संस्था में पढ़ाते थे। हालांकि अपने प्रारंभिक जीवन में ग्रैम का ध्यान प्राकृतिक विज्ञान पर था, लेकिन बी.ए. कोपेनहेगन मेट्रोपॉलिटन स्कूल में और एक चिड़ियाघर में वनस्पति विज्ञान में असिस्टेंट के रूप में काम करते हुए उन्हें चिकित्सा (Medicine) में रुचि हो गई।
उनके करियर की शुरुआत लोकल सिविक अस्पताल में जनरल फिजिशियन के तौर पर हुई।उन्होंने वर्ष १८७८ में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय से ?डॉक्टर ऑफ मेडिसिन? हासिल करने के बाद यूरोप में जीवाणु विज्ञान और फार्माकोलॉजी का अध्ययन किया।
माइक्रोबायोलॉजी के ग्राउंडब्रेकिंग खोज की तकनीक का पता लगाया था। बैक्टीरिया से जुड़े फैक्ट्स और तकनीक की खोज १८८४ में उनके द्वारा की गई थी। आपको बता दें कि क्रिश्चियन ग्रैम ने बैक्टीरिया का पता लगाने वाली खास तकनीक की खोज माइक्रोस्कोप के माध्यम से की थी। हैंस क्रिश्चियन जोअशिम ग्रैम का १४ नवंबर १९३८ को ८५ की उम्र में निधन हो गया लेकिन उनकी खोज आज भी जिंदा है।