उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने लगे है। इस दौरान उनको जहां भी काम में गड़बड़ लग रहा है वह फौरन बड़ा एक्शन ले रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ दूसरी बार कड़ा एक्शन लिया है। इससे पहले अवैध खनन मामले में योगी सरकार ने कई आला अधिकारीयों को निलंबित किया था।
वित्तीय अनियमितता व भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए फतेहपुर और गोंडा के जिलाधिकारियों कुमार प्रशांत तथा जे.बी. सिंह को निलंबित कर दिया गया है। वहीं विशेष सचिव एवं निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग डा. बलकार सिंह को 24 घंटे के भीतर ही सरकार ने खनन विभाग से हटा कर निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण बनाया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 31 मई को विशेष सचिव खाद्य व अपर आयुक्त खाद्य ने राज्य में गेहूं क्रय केंद्रों की जांच की थी। इस जांच में पाया गया कि 13 मई के बाद से लेकर अब तक लगभग 18 दिनों में कोई भी खरीद न करने का कोई भी सही औचित्य नहीं दर्शाया गया है।