उत्तर प्रदेश सरकार भिखारियों के कल्याण के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है जिसकी शुरुआत राजधानी लखनऊ से होने जा रही है। दरअसल भाजपा फायरब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के सभी भिखारियों को किसी न किसी तरह का रोजगार देने का आदेश दिया है जिसके लिए नगर निगम विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके तहत भिखारियों की पहचान कर उनका पुनर्वास किया जाएगा और उन्हें रोजगार दिया जाएगा।
भिखारियों की पहचान के लिए एक सर्वे किया जा रहा है। नगर निगम आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि ?हम एक सर्वे कर रहे हैं जिससे भिखारियों की पहचान की जा रही है, हम उनका पुनर्वास करेंगे और हर घर से कचरा इकट्ठा करने जैसे काम में उन्हें लगाएंगे? जिससे कि उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जा सके।
एक अनुमान के मुताबिक शहर में ४५०० के करीब भिखारी हैं। इनमें से ४५ को पहले चरण में काम दिया जाएगा और फिर अगले राउंड में फिर ४५ को काम दिया जाएगा। भिखारियों को पहले शेल्टर होम लाया जाएंगा, जहां उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा।