देश का हर राजनीतिक दल सालों से महिलाओं के अधिकार और आत्म सम्मान की बात करता आ रहा है लेकिन इसे लेकर कितना अमल किया जाता रहा है इसके कई उदाहरण देश की जनता देखती आ रही है। बहरहाल देश में महिलाओं के अधिकार और सम्मान के लिए महिलाओं ने खूद ही कमान संभाल ली है। देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं के एक समूह ने अमेरिका की तर्ज पर ही एक ऐसी पार्टी का गठन किया है जो सिर्फ महिलाओं का राजनीतिक दल है।
बता दें कि आजादी के बाद महिलाओं के हक को लेकर पहली बार देश में सिर्फ महिलाओं की राजनीतिक पार्टी बनी है। जिसका नाम ?नेशनल वुमेन्स पार्टी' रखा गया है। इस पार्टी का नेतृत्व 36 वर्षीय डॉक्टर एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्वेता शेट्टी कर रही है। यह पार्टी संसद में महिला आरक्षण और कार्यस्थल पर महिलाओं के उत्पीड़न जैसे मुद्दों के खिलाफ बनाई गई है। पार्टी का नेतृत्व कर रही श्वेता शेट्टी ने बताया कि पार्टी का लक्ष्य महिलाओं, विशेषकर वंचितों का प्रतिनिधित्व करना है जिन्हें सिस्टम के हाथों परेशानी झेलनी पड़ती है। इनमें वो भी शामिल हैं जो अपने जीवन को बेहतर बनाने की खातिर कुछ मदद की उम्मीद में दफ्तर दर दफ्तर चक्कर काटती हैं, वैसी महिलाएं जो घरेलू उत्पीड़न का शिकार होती हैं या सामाजिक प्रतिष्ठान्न के खिलाफ संघर्ष करती हैं।
शेट्टी ने कहा, ??नेशनल वुमेन पार्टी के लिए वास्तविक जमीनी कार्य 2012 में शुरू हुआ। नेशनल वुमेन पार्टी के गठन का मकसद लोकसभा चुनावों में महिला उम्मीदवारों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण पाना है। बहरहाल ये पार्टी 2019 में लोकसभा चुनाव भी लडेगी। शेट्टी का कहना है कि उनकी पार्टी को 1.5 लाख से ज्यादा महिलाओं का समर्थन है।