चुनाव में पराजीत होने के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात कर अपना त्यागपत्र सोपा है। वहीं राज्यपाल ने आगामी मुख्यमंत्री पद का चयन हो जाने तक वीरभद्र सिंह को पद पर बने रहने को कहा है।
वीरभद्र सिंह ने कहा है कि वो जनता के जनादेश को कबुल करते है। उनका कहना है कि वो 6 बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे और इस दौरान उन्होने प्रदेश की जनता की सेवा करने का भरपुर प्रयास किया। इसके साथ ही वीरभद्र सिंह ने कहा कि वो विकास के मुद्दे के साथ चुनावी मैदान में उतरे थे पर जनता ने परिवर्तन को प्रथमिकता दी।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि जल्द ही हार के मुद्दों पर मनथन किया जाएगा। उनका कहना था कि संसाधनों की कमी कांग्रेस की पराजय का प्रमुख कारण रही।
बहरहाल नए मुख्यमंत्री के लिए हिमाचल प्रदेश में स्वाभाविक प्रतीक्रिया शुरु हो चुकी है। बता दें कि बीजेपी ने मोदी मैजिक और नए नेता के जादू को नकारते हुए 73 साल के प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। हालांकि पार्टी उनके नाम पर राज्य में वापसी कर ली हो लेकिन वो खुद की सीट बचाने में नाकामयाब हो गए हैं।