जम्मू एवं कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले में चार और जवानों की शुक्रवार को मौत हो जाने के बाद शहीदों की संख्या ४५ के पार पहुंच चुकी है। जिसके कारण जम्मू के कई इलाको में विरोध प्रदर्शन की खबरे सामने आ रही है। कई इलाको में पथराव एवं आगजनी की घटनाओं के बाद जम्मू शहर में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया और सेना ने संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया गया।इसके साथ ही इंटरनेट सेवए भी बंद कर दी गयीं ।
शहर में बंद के दौरान आक्रोशित लोंगों ने कर्फ्यू को तोड़ते हुए पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ रैलियां निकाली। पुलिस को रेजीडेंसी रोड, काची छावनी और डोगरा हॉल क्षेत्रों में लोगों को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा। वहीं गुज्जर नगर इलाके में पांच वाहनों में आग लगा दी गयी जबकि प्रदर्शनकारियों ने कई अन्य वाहनों को पलट दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यहां प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब वे हमले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे उस दौरान छतों से उन पर पथराव किया गया।
जम्मू के पुंछ जिले में भी हिंसा भड़की हुई दिखी। यहां कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। जबकि कई वाहनों पर भी हमले किए गए । प्रदर्शन को उग्र होता देख पुलिस ने यहां आंसु गैस का इस्तमाल किया। बता दें कि लोगों ने जम्मू शहर में ज्वैल चौक, पुरानी मंडी, रेहारी, शक्तिनगर, पक्का डंगा, जानीपुर, गांधीनगर और बक्शीनगर समेत दर्जनों स्थानों पर लोगों ने पाकिस्तान के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किए।