ऑस्कर्स 2019 की रेस में इस साल भारत की विलेज रॉकस्टार्स को चुना गया था। हालांकि अब ये फिल्म अगले राउंड की वोटिंग के लिए 9 फिल्मों में जगह नहीं बना सकी और ऑसकर की रेस से बाहर हो गई है। बताते चलें कि 91वें एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए दुनियाभर की 87 फ़िल्में इस कैटेगरी में आई है।
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज ने सोमवार को इस बात की पुष्टी की है कि 91वें एकेडमी अवॉर्ड्स में विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी में अगले दौर की वोटिंग के लिए नौ फिल्मों का चुनाव हुआ है। इसमें बर्ड्स ऑफ;पैसेज (कोलंबिया), द गिल्टी (डेनमार्क), नेवर लुक अवे (जर्मनी), शॉपलिफ्टर्स (जापान), आयका (कजाकिस्तान), कैपरनाम (लेबनान), रोमा (मैक्सिको), कोल्ड वार (पोलैंड) और बर्निंग (साउथ कोरिया) फ़िल्में फ़ॉरेन कैटेगरी में वोटिंग के लिए अगले राउंड में पहुंची हैं।
बता दें कि फिल्म विलेज रॉकस्टार्स 2017 में आई थी जिसका प्रीमियर टोरंटो फ़िल्म फेस्टिवल में किया गया था। 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए इस फिल्म को पुरस्कृत किया गया था। इस फिल्म की प्रोड्यूसर और एडिटर रीमा हैं। ये फिल्म असम के छैगांव की पृष्ठभूमि पर आधारित है यह गरीब बच्चों की कहानी है, जो अपनी जिंदगी मजे से जी रहे हैं।
गौरतलब है कि ऑस्कर्स के लिए शीर्ष पांच तक अब तक भारत की सिर्फ तीन ही फिल्में पहुंच पाई है, जिसमें 'मदर इंडिया, ?सलाम बॉम्बे?, और 'लगान : वंस अपॉन ए टाइम इन इंडिया' है।