भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने प्रत्यर्पण पर फैसला आने से 5 दिन पहले यह जानकारी दी है कि वह पूरा कर्ज चुकाने को तैयार है। माल्या ने इसकी जानकरी कई सारे ट्वीट के जरिए दी है। विजय माल्या ने भारतीय बैंकों और सरकार से अपील करते हुए कहा है कि उसका प्रस्ताव मान लिया जाए।
विजय माल्या का कहना है कि 'प्रत्यपर्ण पर फैसले का मामला अलग है। इसमें कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी। लेकिन, जनता के पैसे का भुगतान अहम बात है और मैं 100% चुकाने के लिए तैयार हूं।'
इसके साथ ही माल्या ने ये भी कहा कि, नेता और मीडिया उसके डिफॉल्टर होने और सरकारी बैंकों से लोन लेकर भागने की बात जोर-शोर से कह रहे हैं। यह गलत है। मेरे साथ सही बर्ताव क्यों नहीं होता? साल 2016 में जब मैंने कर्नाटक हाईकोर्ट में सेटलमेंट का प्रस्ताव रखा था तो इसका प्रचार क्यों नहीं किया गया??
विजय माल्या ने ट्वीट में एयरलाइन का जिक्र करते हुए कहा "एयरलाइन जिस वित्तीय संकट का सामना कर रही है उसकी मुख्य वजह एटीएफ की ऊंची कीमतें हैं। किंगफिशर एक शानदार एयरलाइन्स थी लेकिन उसने क्रूड के 140 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाने की स्थिति का सामना किया। इससे कंपनी का घाटा बढ़ा और बैंकों का कर्जा भी। मैने उन्हें 100 फीसद मूलधन लौटाने का ऑफर दिया है। कृपया इसे स्वीकार करें।"
गौरतलब है कि 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लॉन्डरिंग मामले में भारत सरकार के अनुरोध पर लंदन की अदालत में विजय माल्या के खिलाफ प्रत्यर्पण का केस लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में चल रहा है। भारत प्रत्यर्पण पर यूके की अदालत 10 दिसंबर को फैसला सुना सकती है।