विजय केशव गोखले ने सोमवार को नए विदेश सचिव का पदभार संभाल लिया है। विजय गोखले से पहले इस पद को एस जयशंकर संभाल रहे थे।हालांकि 1977 बैच के आईएफएस अधिकारी जयशंकर के कार्यकाल को पिछले साल जनवरी में एक साल का विस्तार दिया गया था।
गौरतलब है कि इस महीने के शुरू में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने विदेश सचिव पद पर गोखले की नियुक्ति को मंजूरी दी थी। बता दें कि विजय गोखले ने चीन के साथ 73 दिन तक चले दोकलम गतिरोध को हल करने में अहम भूमिका निभाई थी। 1981 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी गोखले इस समय विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं।
वह 20 जनवरी, 2016 से 21 अक्तूबर, 2017 तक चीन में भारत के राजदूत रहे हैं। विदेश सचिव के तौर पर उनका कार्यकाल दो साल का होगा। वह अक्तूबर, 2013 से जनवरी 2016 तक जर्मनी में भारत के शीर्ष राजनयिक भी रहे हैं। उन्होंने हांगकांग, हनोई और न्यूयॉर्क में भी भारतीय मिशनों में सेवाएं दी हैं। जनवरी, 2015 से विदेश सचिव का जिम्मा संभाल रहे 1977 बैच के आईएफएस एस जयशंकर को सरकार ने गत वर्ष जनवरी में एक साल का सेवा विस्तार दिया था।
नियमों के मुताबिक, विदेश सचिव, रक्षा सचिव, गृह सचिव, सीबीआई निदेशक और खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक के पदों पर नियुक्त होने वाले अधिकारी का कार्यकाल दो साल निर्धारित है।