'आपातकाल' के 43वें साल पर जहां बीजेपी इस दिन को काला दिवस के रुप में मना रही है। वहीं उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने ?आपातकाल? की घटना को पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही है।उन्होने कहा है कि हमारी आगे की पीढ़ी को इस काले समय में हुई घटनाओं के बारे में जानना चाहिए। उन्होने कहा कि भावी पीढ़ियों को यह भी जानना चाहिए कि आपातकाल कैसे लगा? क्यों लगा?
आपातकाल पर जोर देते हुए उन्होने कहा कि ये हमारे इतिहास का एक ऐसा हिस्सा है जिसे भूलाया नहीं जा सकता है। यह इतिहास का हिस्सा है और आप इतिहास को दबा नहीं सकते। नई पीढ़ी को इतिहास जानने देना चाहिए। उन्होंने कहा, ??यह मुद्दा इस पार्टी या उस पार्टी का नहीं है. मैं इसमें नहीं जा रहा. मैं उपराष्ट्रपति हूं और किसी राजनीतिक पार्टी का नाम नहीं लेना चाहता।
उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने कहा कि मौजूदा पीढ़ियों को 1975-77 के दौरान की भयावह घटनाओं के बारे में जागरूक करना चाहिए और वे उस लोकतांत्रिक मूल्यों को अहमियत देना सीखें जिसका वे आनंद उठा रहे हैं।??