उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वार शुरु की गई गोवंश सुरक्षा योना के तहत कई स्थानों पर आश्रय स्थल बनवाए गए जिनका मुख्य उद्देश बेसहारा पशुओं को धूप, बारिश व अन्य दैवीय आपदा से बचाया जा सके लेकिन उत्?तर प्रदेश के प्रयागराज के कांदी गांव के आश्रय स्थल में ऐसी घटना घटी है जिसने प्रशासन की बोल खोल कर रख दी है। इस आश्रय स्थल में ३५ गायों ने तड़पकर दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक इस आश्रय स्थल में न तो शेड है और न ही साफ-सफाई की व्यवस्था। यही नहीं पानी निकलने के भी इंतजाम नहीं हैं।
यहां तीन दिन हुई बारिश का पानी आश्रय स्थल में जमा हो गया। बुधवार रात में भारी वर्षा के कारण इन गोवंशों की शामत आ गई। बारिश के कारण चारा भी नहीं दिया जा सका। पानी और कीचड़ के बीच गायें तड़पने लगीं। कुछ ही देर में उनकी मौत होने लगी। रात में २२ गायों की मौत हो गई, जबकि पानी व कीचड़ में फंसी १३ गायों ने गुरुवार दोपहर दम तोड़ दिया।बता दें कि बुधवार रात तक ३४४ गायें थीं।
पशुओं के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.सीएस वर्मा ने इसे दैवीय आपदा करार दिया है। कहा कि बिजली गिरने से गायों की मौत हो गई। हालांकि उनके बयान को ग्रामीणों ने मामने से इन्कार कर दिया है क्यों कि एक भी पशु झुलसे नहीं थे। इसके साथ ही वहां के लोगों का कहना है कि किसी ने बिजली कड़कने की आवाज भी नहीं सुनी। बहरहाल जिलाअधिकारी ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए है।