एससी/एसटी एक्ट को मूल रूप में बहाल करने पर सवर्ण संगठनों में नाराजगी बढ़ने लगी है जिसका असर आज भारत बंद के तौर पर देखा जा सकता है। एससी/ एसटी एक्ट में संशोधन कर उसे मूल स्वरूप से बहाल करने का विरोध सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में नजर आ रहा है। फिलहाल, सरकार ने एहतियात के तौर पर मध्यप्रदेश के जिलों में धारा 144 लागू कर दी है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और भारत बंद के मद्देनजर ग्वालियर के सभी स्कूल और कॉलेज को बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि पिछली बार भारत बंद एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया था इस दौरान सबसे ज्यादा हिंसा मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में हुई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए आज मध्यप्रदेश के कई इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। यहां धारा 144 भारत बंद के अगले दिन यानी 7 सितंबर तक प्रभावी रहेगी। वहीं ब्रह्म समागम सवर्ण जनकल्याण संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट के विरोध में 6 सितंबर को शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन करेगा।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह से इस कानून के खिलाफ मध्यप्रदेश के कई स्थानों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई नेताओं को काले झंड़े भी दिखाये गए।