केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का सोमवार सुबह बेंगलुरु के एक अस्पताल में निधन हो गया। अनंत कुमार काफी लंबे समय से कैंसर की बीमार से जूझ रहे थे। पिछले कई दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उन्होंने आज(सोमवार) 1 बजकर 50 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनका लंदन और अमेरिका में इलाज चल रहा था। अनंत कुमार के शव को बेंगलुरू के नेशनल कॉलेज में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
अनंत कुमार ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। अनंत कुमार बेंगलुरु दक्षिण से 1996 से लगातार 6 बार सांसद रहे थे। दक्षिण में पहली बार 'कमल' खिलाने में उनकी अहम भूमिका थी।
अनंत कुमार के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्रियों ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने अनंत कुमार के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर लिखा, मेरे अहम सहयोगी और दोस्त, श्री अनंत कुमार जी के निधन से मैं बेहद दुखी हूं। उन्होंने कई अहम मंत्रालय सफलतापूर्व संभाले, वह भारतीय जनता पार्टी के लिए रत्न थे। इस दुख की घड़ी में हम सब उनके परिवार के साथ हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री और दिग्गज सांसद अनंत कुमार के निधन की खबर सुनकर मैं काफी दुखी हूं। यह लोगों के लिए, देश के लिए और मुख्य रूप से कर्नाटक के लिए बड़ी क्षति है। मेरी संवेदना परिवार, साथियों और अनंत समर्थकों के साथ है।