आम नागरिकों को सस्ता हवाई सफर कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'उड़ान' योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत मोदी सरकार की इच्छा है कि हवाई चप्पल पहनने वाले आम लोग भी हवाई सफर कर सकें। छोटे शहरों तक हवाई सफर शुरू करने लिए आवश्यक हवाई अड्डों को शुरू करने का काम 2017 से ही शुरु किया गया था। जिसे लेकर जोर शओर से काम भी चल रहा था हालांकि समय के साथ साथ रफ्तार धीमी होती चली गई और अब ये योजना कछुवे की चाल चलने लगा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारी ने बताया कि कुछ अन्य मामलों में एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवरों को बनाने तथा बैगेज स्कैनरों तथा सिक्योरिटी सिस्टम से लैस टर्मिनल बिल्डिंगों की स्थापना में लक्ष्य से ज़्यादा वक्त लग रहा है। बहरहाल इस योजना में हो रही देरी को देखते हुए अब सरकार ने इसमें हस्तक्षेप किया है, और अब वह स्वयं उपकरण खरीदकर राज्य सरकारों को लीज़ पर उपलब्ध करवाएगी, ताकि शेष 15 एयरपोर्ट जून माह के अंत तक संचालन शुरू कर पाएं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना की शुरुआत प्रधआनमंत्री मोदी ने 2017 में की थी। 27 अप्रैल, 2017 को ?उड़ान? के तहत प्रथम उड़ान का संचालन एलायंस एयर द्वारा शिमला-दिल्?ली रूट पर किया गया था। उड़ान योजना के तहत तय किया था कि साल 2017 के आखिर तक 31 नए हवाई अड्डे खोले जाएं लेकिन अब तक सिर्फ 16 ही ऑपरेशनल हो सके हैं। अधिकारियों में से एक ने कहा कई राज्यों ने कहा है कि उनके पास जरूरी फायर इंजन के लिए पैसे नहीं हैं।