ट्रांसपोर्टर्स ने आज से अनिश्चितकालीन देशव्यापी हड़ताल शुरू कर दी है। ये हड़ताल डीजल की बढ़ती कीमतों और थर्डपार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में की गई बढ़ोत्तरी के खिलाफ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक इस हड़ताल में करीब 90 लाख ट्रकों के शामिल होने का अनुमान है जिनमें से 60 लाख ट्रक देश भर में कहीं पर भी नहीं चलेंगे।
देशभर में लोडिंग शनिवार (16 जून) को ही बंद कर दी गई थी और ऐसे में ढुलाई पर असर एक दो दिन में ही दिखने को लगेगा। अगर ये हड़ताल जारी रहती है तो आम आदमी के जीवन पर इसका सबसे ज्यादा अलर पड़ता दिखेगा। रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े सामान मसलन दवा, सब्जियां व अन्य खाने पीने के सामानों की आपूर्ति ठप पड़ जाएगी। जिसके कारण इनकी कीमते बढ़ सकती है।
इन राज्यों में हड़ताल का असर देखने को मिलेगा सबसे ज्याद-
ऑल इंडिया फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग की रिपोर्ट के मुतबिक, हड़ताल का असर दिल्ली एनसीआर समेत कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड पर होगा।
हड़ताल की वजह -
ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि सरकार डीजल से रोड टैक्स के रूप में 8 रुपए प्रति लीटर और टोल टैक्स के रूप में 8 रुपए प्रति किलोमीटर वसूल कर रही है जिससे ट्रांसपोर्टर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके साथ ही सरकार की ऊंची टैक्स वसूली से ट्रांसपोर्ट और उनसे जुड़े उद्योगों को हर रोज करीब 3,000 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ रहा है।