ऑल इंडिया कंफेडरेशन ऑफ गुड्स ऑपरेटर्स एसोसिएशन और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने शुक्रवार से हड़ताल का आह्वान कर रखा है। आज इस हड़ताल का दूसरा दिन है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी, टोल कीमतों पर अनियंत्रण, जीएसटी अनुपालन के मुद्दों, ई-वे बिलों और कई अन्य मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं मुंबई में स्थानीय लोगों का कहना है कि हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को समय पर स्कूल भेजने पर बहुत मुश्किल हो रही है। बारिश की वजह से स्टेशन और गलियां पानी से भरी हुई हैं और हमें टैक्सी भी नहीं मिल रही है।
सरकारी स्वामित्व वाले वाहनों को छोड़कर मुंबई में पांच लाख से अधिक ट्रक और 8,000 से अधिक बसें हड़ताल पर हैं, जबकि महाराष्ट्र में 14,00,000 ट्रक हैं और लगभग 40,000 बसें हैं और करीब 60,000 टैंपो और पर्यटक वाहन हड़ताल में शामिल हैं।
जबकि उत्तर भारत में दाल, प्याज और अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई करने जा रहे ट्रकों ने भी वापस तमिडनाडु जा रहे हैं। इस हड़ताल से पूरा उत्तर भारत प्रभावित हो रहा है। सरकारी और निजी गोदामों तक उचित खाद्य सामग्रियां नहीं पहुंच पा रही है।