आधुनिक कविता के सशक्त हस्ताक्षर और लेखक केदारनाथ सिंह अब हमारे बीच नहीं है। जानकारी के मुताबिक केदारनाथ सिंह को करीब डेढ़ माहीने पहले कोलकाता में निमोनिया हो गया था। जिसके बाद से वे बीमार चल रहे थे। पेट के संक्रमण के चलते उनका सेमवार रात करीब पौने नौ बजे एम्स अस्पताल में निधन हो गया।
केदारनाथ सिंह 84 वर्ष के थे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी निधन पर शोक जाहिर करते हुए ट्वीट कर लिखा ?सुप्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार केदारनाथ सिंह जी के निधन के समाचार से मुझे गहरी वेदना की अनुभूति हुई है. सरल भाषा में जीवन की जटिलताओं की अभिव्यक्ति करने की उनकी अनूठी शैली थी?। उनके निधन से हिंदी जगत का एक सशक्त हस्ताक्षर मिट गया है। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें
केदारनाथ सिंह को साल 2013 में साहित्य के सबसे बड़े सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। केदारनाथ सिंह ने अपने जीवन में कई पुरुस्कार अपने नाम किए है। उनकी प्रमुख कविता संग्रहों में ?अभी बिलकुल अभी', 'जमीन पक रही है', 'यहां से देखो', 'बाघ', 'अकाल में सारस' और 'उत्तर कबीर? शामिल हैं।