सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को दिल्ली और मुंबई के बीच एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने की बात करते हुए कहा कि अगर इन दोनों महानगरों के बीच एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाता है तो दोनों राज्यों की दूरी 106 किलोमीटर कम हो जाएगी।
इसके साथ ही उन्होने कहा कि दिल्ली और मुंबई महानगरों को जोड़ने के लिए इस एक्सप्रेस-वे की सख्त जरूरत है। इस एक्सप्रेस-वे के आ जाने से दोनों महानगरों के बीच आवाजाही आसान होगी साथ ही समय की भी बचत होगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे अविकसित, पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा, ताकि उन क्षेत्रों का विकास आसानी से हो सके। गडकरी ने कहा कि अब तक राजमार्ग से शहरों को जोड़ने की अवधारणा रही है लेकिन दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे में इस अवधारणा को बदला गया है और दूरदराज के इलाकों को महत्व दिया गया है।
बता दें कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा। यह एक्सप्रेसवे कहां-कहां से होकर जाएगा इस पर लगभग सहमति बन चुकी है। सड़क का ज्यादा हिस्सा टेडामेढ़ा होने की बजाय सीधा है इसलिए इसके निर्माण से दूरी 106 किलोमीटर कम हो रही है।