आंध्र प्रदेश की तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) शुक्रवार को केंद्र के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो गई। बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पोलित ब्यूरो के सदस्यों तथा सांसदों से चर्चा करने के बाद राजग से अलग होने का फैसला केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने से इनकार के बाद उठाया गया।
गौरतलब है कि आठ मार्च को तेदेपा के दो मंत्रियों अशोक गजपति राजू और वाई.एस. चौधरी ने नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इसके बावजूद पार्टी ने कहा था कि वह केंद्र को अपना समर्थन जारी रखेगी। बता दें कि राजू नागरिक उड्डयन मंत्री और चौधरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री के पद थे।
जानकारी के मुताबिक आंध्र प्रदेश के मंत्री केएस जवाहर ने ने कहा कि भाजपा नीत राजग से अलग होने का फैसला लिया गया है और हम राजग सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी की आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि तेदेपा, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और राजग के अन्य घटकों को अपने निर्णय और उसके कारणों की जानकारी देने के लिए पत्र लिखेगी।