बिहार के अनेक जिलों में एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से मरने वाले बच्चों की संख्या अब १११ के पार पहुंच चुकी है। इस बीमारी के कारण बच्चों की दर्दनाक मौत का सिलसिला अब भी जारी है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट में इस बीमारी को लेकर दायर की गई याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी। याचिका में बीमारी से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम का गठन करने की तत्काल मांग की गई है। जबकि बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्रियों के खिलाफ जनहित याचिका (पीआईएल) दाखिल की गई है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले को लेकर पीआईएल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे और राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी नामजद किया गया है।
गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास में पिछले दो-तीन हफ्तों से एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो रही है । ममले को राजनीतिक मुद्दा बनता देख मंगलवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के अस्पताल में पीड़ित बच्चों व परिजनों की सुध लेन पहुंचे जहां उन्हें लोगों की जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। उनके खिलाफ नीतीश वापस जाओं और मुरदाबाद के नारे लगे।