लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा (बहुजन समाज पार्टी) प्रमुख मायावती की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट ने मायावती को बड़ा झटका दिया है शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीजेआई(CJI) रंजन गोगोई ने कहा कि बसपा नेता मायावती को अपनी और हाथियों की मूर्तियों पर खर्च किए गए सभी सार्वजनिक धन लौटाने होंगे। उन्होंने कहा कि जनता के पैसों का इस्तेमाल अपनी मूर्तियां या राजनीतिक पार्टी के प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता है। CJI ने कहा कि हमारा प्रारंभिक विचार है कि मैडम मायावती को मूर्तियों का सारा पैसा अपनी जेब से सरकारी खजाने का भुगतान करना चाहिए।
बता दें कि मायावती ने अपने शासनकाल (२००७-२०१२ ) के दौरान लखनऊ और नोएडा में दो बड़े पार्क बनवाए थे। इन पार्कों में उन्होंने, दलित नेता भीमराव अंबेडकर, कांशीराम और पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी की मूर्तियां बनवाईं। इसके निर्माण पर लाखों रुपया खर्च किया गया।
एक रिपोट् के मुताबिक, ५९१९ करोड़ रुपए खर्च किए थे। २०१२ में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार आने के बाद मायावती पर ४० हजार करोड़ की ?मूर्ति घोटाले? का आरोप लगा जिसके बाद जांच के आदेश दे दिए गए।