सहारा की ऐंबी वैली को अलग-अलग हिस्सों में में बांटकर अब इसकी नीलामी की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को वैली को टुकड़ों में बेचने की मंजूरी दे दी है।
अदालत ने बुधवार को कहा कि अगर जरूरत पड़े तो 19 अप्रैल तक एंबे वैली की टुकड़ों में नीलामी की जा सकती है। कोर्ट ने कहा कि संपत्ति जैसे गोल्फ कोर्स, रेस्तरां, कान्वेंशन हॉल, हवाई पट्टी आदि को अलग-अलग बेचा जा सकता है क्योंकि सभी 48 संपत्तियों को साथ में बेचा नहीं जा पा रहा है। सहारा की तरफ से कोर्ट में कहा गया कि हमने डिजिटलाइजेशन में 50 करोड़ रुपये खर्च किया है, जिन्हें पैसा दिया है उनका वैरिफिकेशन किया जाए और जल्द मामले की सुनवाई हो।
लिक्विडेटर ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि सहारा ऐंबी वैली के ऑक्शन प्रोसेस में अबतक किसी भी पार्टी ने रुचि नहीं दिखाई है। इसके बाद तीन सदस्यीय जजों की स्पेशल बेंच ने लिक्विडेटर को इसे टुकड़ों मे बांट बेचने की इजाजत दे दी। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी गई कि दो भारतीय कंपनियों महिंद्रा लाइफस्पेस डिवेलपर और परिमल ग्रुप ने इन संपत्तियो को खरीदने में रुचि दिखाई है।
गौरतलब है कि सहारा ग्रुप और सेबी के बीच निवेशकों के 24 हजार करोड़ रुपए लौटाने को लेकर मुकदमा चल रहा है। इसी राशि के हिस्?से के रूप में समूह को 9 हजार करोड़ रुपए कोर्ट में जमा कराने हैं।