हिमाचल प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर यूनियन की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। आज भी कई जिलों में 160 रूटों पर निजी बसों के पहिये थमे रहे। दो दिनों में बस ऑपरेटरों ने करीब पांच करोड़ के नुकसान होने का आंकलन लगाया गया है।
इस हड़ताल को लेकर बस ऑपरेटर यूनियन की मांग है कि जिस तरह डीजल के दामों में वृद्धि हुई है, उसी तर्ज पर किराए की कीमतों में भी वृद्धि की जानी चाहिए। बस ऑपरेटर यूनिय ने इस बात को स्वीकारते हुए कहा कि अगर भविष्य में डीजल के दाम कम होते हैं, तो उसी तर्ज पर निजी बसों के किराए भी कम कर दिए जाएंगे।
बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर का कहना है कि अगर प्रदेश सरकार निजी बस ऑपरेटरों की मांगों को अनसुना करती है, तो निजी बस ऑपरेटरों अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है और अगर कोई भी अनहोनी निजी बस ऑपरेटरों के साथ घटित होती है, तो इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेवार होगी।