समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार शाम को बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती से लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान ये कयास लगाए जा रहे है कि रायबरेली में सोनिया गांधी और अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ प्रत्याशी उतारे जा सकते है।
बता दें कि अखिलेश यादव अपने कोटे के ११ प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुके हैं, वहीं बसपा की बात करे तो प्रत्याशियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल की जा चुकी है। हालांकि जारी की गई इस सूची को आधिकारिक रुप से जारी नहीं किया गया है। वहीं बसपा ने इस सूची का न कोई विरोध किया है और न ही पुष्टि की है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव २०१९ में विपक्ष को कड़ी टक्कर देने के लिए एसपी और बीएसपी ने गठबंधन कर लिया है। दोनों पार्टिया एक हो कर चुनाव लड़ रही है। हालांकि गठबंधन के दौरान दोनों ही पार्टियों ने ये तय किया था कि वे रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ेंगे। और अपने किसी भी प्रत्याशी को इन सीटों पर नहीं उतारेंगी।
अब जबकि मंगलवार को मायावती की यह टिप्पणी आई तो सवाल अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट तक आ गया है। बीजेपी एमएलसी विजय बहादुर पाठक ने मायावती के इस बयान के बाद उनपर तंज किया है कि एसपी और बीएसपी दोनों ही दल अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो चुके हैं। याद करें पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि डिंपल यादव चुनाव नहीं लड़ेंगी। जबकि अब वह उम्मीदवार हैं। मायावती भी ऐसा कह रही हैं, लेकिन लगता नहीं कि वह इस पर टिकेंगी।