देश में अक्सर आरक्षण को लेकर मांग उठती रही है। फिर चाहे हरियाणा का जाट आनदोलन हो या फिर गुजरात का पार्टीदार आनदोलन। आरक्षण को लेकर देशभर में राजनीतिक पार्टिया इसका इस्तमाल करना काफी अच्छे से जान चुकी है। जनता का ध्यान अपनी ओर बनाने के लिए कई पार्टियों ने न जाने कितने वायदे किया पर कितने सार्थक है ये आम जनता बखुबी जानती है। बहरहाल आरक्षण को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को खत लिखा है। जिसमें सोनिया गांधी ने महिलाओं को ३३ फीसदी तक आरक्षण मिलने की मांग की है। इस आरक्षण के लिए सोनिया गांधी ने लोकसभा में जल्द से जल्द महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को २० सितंबर को भेजे गए खत में लिखा है कि राज्यसभा ने महिलाओं को ३३ प्रतिशत आरक्षण का विधेयक ९ मार्च, २०१० को ही पारित कर दिया है, मगर लोकसभा से अब तक ये पारित नहीं हो पाया है। बार-बार विवादों की वजह से ये बिल लटक जा रहा है। ऐसे में लोकसभा में आपकी पार्टी के पास बहुमत होने की वजह से इस विधेयक को पास कराना चाहिए। इसके साथ ही सोनिया गांधी ने खत में ये भी लिखा है कि ये बिल राज्यसभा में तो पास हो चुका है। अब इसे लोकसभा में पास कराइए। ताकि आधी आबादी को सही मान मिल सके।
यह पहला मौका नही है जब सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी हो इसे पहले भी २ चिट्ठी प्रधानमंत्री को लिखी जा चुकी है।आपको बता दें कि सोनिया गांधी ने देश में महिलाओं को लेकर बढ़ते अपराध को रोकने के लिेए देश में विधेयक लाने की मांग भी मांग कर चुकी हैं।