अगले 48 घंटों में पृथ्वी से सोलर स्टॉर्म टकरा सकता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूर्य में एक कोरोनल होल होगा, जिससे सूरज से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलेगी. इस ऊर्जा में कॉस्मिक किरणें भी होंगे, जो धरती पर टेक ब्लैकआउट कर सकते हैं. जिसके कारण मोबाइल सिग्नल, केबल नेटवर्क, जीपीएस नैविगेशन, टीवी की जैसी सेवाए ठप पड़ सकती है. बता दें कि सौर तूफान के धरती से टकराने पर कुछ समय के लिए टेक ब्लैकआउट की स्थिति बन सकती है।
नेशनल ओशन ऐंड अटमॉस्फियर असोसिएशन के मुताबिक यह सोलर स्टॉर्म जी-1 कैटेगिरी का है. यानी कि यह तूफ़ान हल्का होगा, लेकिन इससे काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है.बता दें कि नासा की ओर से जारी की गई तस्वीर में गैस के इस तूफान को देखा जा सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सूरज में एक कोरोनल होल खुलेगा, जिसके कारण उससे भारी मात्रा में ऊर्जा निकलेगी। इसमें कॉस्मिक कण भी होंगे। खगोल विशेषज्ञों का कहना है कि सोलर डिस्क के लगभग आधे हिस्से को काटते हुए एक बड़ा सा छेद बनेगा, जिसके जरिये सूरज से पृथ्वी की ओर बेहद गर्म हवा का एक तूफान आएगा।
सौर तूफान सूर्य की सतह पर आए क्षणिक बदलाव से उत्पन्न होते हैं। इन्हें पांच श्रेणी जी-1, जी-2, जी-3, जी-4 और जी-5 में बांटा गया है। इनमें जी-5 श्रेणी का तूफान सबसे खतरनाक हो सकता है। जानकारों का कहना है कि जी-1 श्रेणी के तुफान का सबसे ज्यादा असर पावर ग्रिड और माइग्रेटरी बर्ड्स पर पड़ता है।