भारतीय रेलवे ने महिलाओं की सुविधा के लिए राजधानी, दुरांतो और सभी पूरी तरह वातानुकूलित ट्रेनों के एसी 3-टीयर की 6 सीटो को आरक्षित करने का फैसला किया है। बता दें कि ये सुविधा, छह सीट का नया कोटा चार सीटों के पुराने कोटे से अलग है। पुराने कोटे के तहत हर वातानुकूलित कोच में 4 लोअर सीटें बुजुर्ग यात्रियों, 45 साल से अधिक उम्र की महिला और गर्भवती महिला के लिए रिजर्व रहती थीं।
हालांकि पहले से ही हर मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में महिला यात्रियों को उनकी उम्र, अकेले यात्रा करने या समूह में यात्रा करने के आधार पर स्लीपर क्लास की 6 बर्थ का आरक्षण दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन के थर्ड एसी में हर ट्रेन में महिलाओं के लिए 6 सीटें भी आरक्षित होती हैं।
यहां बता दें कि रेलवे महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से भी बहुत जल्द एक ऐसा एप बनाने जा रही है जिसकी मदद से महिलाओं को तुरंत सुरक्षा व सहायता मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए महिला यात्रियों को सिर्फ पैसेंजर मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप के हो जाने के बाद अगर किसी महिला से कोई दुर्व्यवहार की कोशिश करता है, तो उसे ऐप में सिर्फ हेल्प ऑप्शन को दबाना होगा, फिर ऐप की मदद से ऑटोमैटिक एक छोटा वीडियो बनकर पुलिस कंट्रोल रूम पहुंच जाएगा। इसके साथ ही इस एप की मदद से नजदीकी जीआरपी और आरपीएफ कंट्रोल रूम में एसएमएस के जरिए लोकेशन तथा ट्रेन की जानकारी पहुंच जाएगी।