कर्नाटक और गोवा के बीच महादयी नदी जल विवाद सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग करते हुए कन्नड़ समर्थक संगठनों ने आज कर्नाटक बंद है। जिसके कारण कर्नाटक के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इस संगठनों की मांग है कि केंद्र सरकार महानदी जल बंटवारे के मुद्दे पर हस्तक्षेप करे। इसके लिए राज्य की सरकारी कर्मचारियों की एसोसिएशन ने भी बंद का समर्थन किया है।
कर्नाटक में सुबह से शाम तक के लिए बुलाए गए बंद का सबसे अधिक असर मालप्रभा नदी बेसिन के अंतर्गत आने वाले उत्तरी जिलों पर पड़ा है। कुछ सार्वजनिक सेवाओं के ठप पड़ने से अन्य इलाकों में भी जनजीवन प्रभावित हुआ। इसके साथ ही बस सर्विस को बर्खास्त कर दिया गया है। स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर भी बंद कर दिया गया है।
कर्नाटक बंद के मद्देनजर यहां 15 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं सीएम सिद्धारमैया ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बैंगलोर यूनिवर्सिटी और विश्?वेश्?वरैया टेक्?नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने अपनी परीक्षाएं टाल दी हैं। पहले परीक्षाएं 25 जनवरी को होनी थाी, लेकिन अब ये परीक्षआ 6 फरवरी को कराई जाएगी।
कर्नाटक बंद को देखते हुए बीजेपी ने काग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि 25 जनवरी और 4 फरवरी को बंद का आह्वान को राजनेतिक कदम बताया है। पीर्टी ने आरोप लगाया कि तारीखों के चुनाव में कांग्रेस सरकार का हाथ है क्योंकि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हीं तारीखों पर कर्नाटक जाने वाले है।