शिलांग में पिछले कुछ दिनों से हिंसा जारी है और अब भी कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा हुआ है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाओं भी बंद कर दी गई है। अशांत क्षेत्रों में सेना ने फ्लैग मार्च निकाला और रात भर हुई हिंसा और आगजनी के बाद कई लोगों को बचाया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अर्धसैनिक बलों की 15 से अधिक टुकड़ियों को तैनात कर दिया गया है। इस बीच राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग आज राज्य का दौरा कर वहां हालात का जायजा लेगा।
सोमवार को सेना ने मेघालय की राजधानी शिलांग में फिर हिंसा भड़कने के बाद फ्लैग मार्च किया। जिसके बाद फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। यह कदम कल रात सीआरपीएफ के शिविर पर प्रदर्शनकारियों के हमला करने के बाद उठाया गया।शिलांग में सीआरपीएफ की 15 से अधिक कंपनियां (प्रत्येक कंपनी में 100 जवान) तैनात की गई हैं। केंद्र ने शहर में शांति बहाल करने के लिये अर्द्धसैनिक बलों की 10 अतिरिक्त कंपनियां भेजी गईं।
बता दें कि स्थानीय आदिवासियों और पंजाबियों के बीच झड़प के बाद सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया है। पुलिस को भीड़ को शांत करने के लिये आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कल रात मवलाई में सीआरपीएफ शिविर पर पथराव किया।