ऐसा पहली बार नहीं होगा जब मदरसों को लेकर सवाल खड़े किए गए है। मदरसों में शिक्षा व्यवस्था को लेकर अक्सर सवाल उठाए गए है। इस बार मदरसों पर आरोप लग रहे हैं कि मदरसों में बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है और यहां से आतंकवादी तैयार किए जाते हैं। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने ये सवाल उठाते हुए ऐसे मदरसों को बंद करने की मांग की है। इस मामले में उन्होने रिजवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी है.
आकिरकार शिया वक्फ बोर्ड की चिट्ठीक्या में क्या है लिखा ?
??मदरसों में बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों से पैसे आते हैं। कुछ आतंकवादी संगठन भी अवैध रूप से चल रहे मदरसों को फंडिंग कर रहे हैं. मुस्लिम इलाकों में ज्यादातर मदरसे सऊदी अरब के भेजे पैसे से चल रहे हैं। मदरसे के छात्र सही शिक्षा नहीं मिलने से आतंकवाद के रास्ते पर जाते हैं. शिमुली और लालगोला मुर्शिदाबाद में महिलाओं को बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। मदरसों के पाठ्यक्रम नौकरी देने वाले नहीं हैं। धर्मनिरपेक्ष शिक्षा प्रणाली के मुताबिक मदरसों को स्कूलों में बदल देना चाहिए और जो रजिस्टर्ड मदरसे नहीं हैं उन्हें तुरंत बंद कर देना चाहिए।??
शिया वक्फ बोर्ड ने 31 जनवरी तक सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसे को बंद करने को कहा है। वसी वसीम रिजवी ने इसके लिए 31 जनवरी तक की तारीख दी है। उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी कोई मदरसा चलता पाया गया तो संबंधित मुतवल्ली, प्रशासक या प्रबंध कमिटी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।