जेड़ीयू पार्टी से बगावत करने वाले शरद यादव और अली अनवर को राज्यसभा से आयोज्ञ करार दिया गया है। राज्यसभा के सभापती एम वेंकैया नायडु की ओर से ये जानकारी दी गई है। बता दे कि जेडीयू ने इस संबंध में राज्यसभा सचिवालय के पास शिकायत दर्ज कराई थी।
राज्यसभा सचिवालय के अनुसार संविधान की दसवीं अनुसूची के पैरा 2 (1) (a) के अनुसार दोनों नेताओं की सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। बता दें कि शरद यादव का राज्यसभा में पांच साल का कार्यकाल बाकी था जबकि अली अनवर का 6 महीने का। दोनों नेताओं ने अपनी स्वेक्षा से सदस्यता त्याग दी है। जेड़ीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के महागठबंधन से हटने और बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बाद शरद यादव ने विपक्ष से हाथ मिला लिया।
शरद यादव को अप्रेल में चयनित किया गया था उनका कार्यकाल 2022 मे खत्म होने वाला था। अनवर का कार्यकाल अगले साल के शुरू में खत्म हो रहा था। दोनों सांसद बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा भाजपा से हाथ मिलाने का विरोध कर रहे थे।
इसके खिलाफ उन्होंने विरोधी दलों से हाथ मिला लिया था। इससे पहले नायडू ने शरद यादव और अली अनवर को उनकी राज्यसभा सदस्यता रद करने के मामले में 30 अक्टूबर को पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। शरद यादव फिल्हाल चुनाव प्रचार के लिए अभी गुजरात में है।