शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा से सदस्यता रद्द किए जाने के बाद आज शीतकाली सत्र के पहले दिन की शुरुआत हंगामे से हुई। विपक्षी सदस्?यों ने जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता रद्द होने का मुद्दा उठाते हुए इस पर जोरदार हंगामा किया। इसके साथ ही विपक्ष की ओर से 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे भी लगाए गए। जिसके बाद कुछ समय के लिए सत्र को स्थगित करना पड़ा।
गौरतलब है कि उपराष्?ट्रपति वेंकैया नायडू, जो राज्?सभा के सभापति भी हैं, इन्होने शरद यादव और अली अनवर की राज्?यसभा से सदस्?यता 4 दिसंबर को रद्द कर दी थी। इन दोनों नेताओं के प्रती सभापति को ये दलीले दी गई थी कि इन्होने पटना में विपक्ष की ओर से आयोजित एक रैली में हिस्?सा लेकर पार्टी के निर्देशों का उल्?लंघन किया है। इन दलीलों को सुनते हुए सभापति ने इन दौनों की सद्स्यता को रद्द करने का फैसला किया था। हालांकि दोनों ने पार्टी की सदस्यता स्?वेच्?छा से छोड़ भी दी।
इस मामले में शरद यादव का कहना है कि उन्?हें अपना पक्ष तक रखने का मौका नहीं दिया गया। बता दें कि शरद यादव 2016 में राज्?यसभा के सदस्?य चुने गए थे और उनका कार्यकाल 2022 तक का था। वहीं, अनवर का कार्यकाल 2018 में खत्?म होने वाला था।