महिलाएं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए सरकार न जाने कितने कदम उठा रही है, और न जाने कितने कानून बना रही है। परंतु इन सबके बावजूद भी आरोपी महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़खानी करने से बाज नहीं आते। चाहे कितने भी कड़े कानून उन आरोपियों के लिए बना दिए जाए, परंतु उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। तभी तो हमें हाल ही में एक सूचना मिली, जिसमें हमारे जानकार सूत्रों ने बताया कि मुंबई में एक सीरियल मोलेस्टर घूम रहा है। जिसने लड़कियों का जीना मुश्किल कर दिया है। वह लड़कियों के साथ छेड़खानी करता है और भाग जाता है।
हमारे विश्वसनीय सूत्रों से पता चला की पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया। जिसका काम सड़क पर चल रही लड़कियों के साथ छेड़खानी करना है। मुंबई के कुछ इलाकों में वह सीरियल मोलेस्टर का ऐसा खौफ था, कि लड़कियों के लिए घर से निकलना मुश्किल हो गया था। वह जब भी स्कूटी से निकलता महिलायों और लड़कियों से छेड़खानी करता। रेनकोट की आड़ में बदतमीजी की हदें पार करता था।
वह जब भी घर से बाहर निकलता निशाने पर होती थी लड़कियां और महिलाएं । जी हां, मुंबई पुलिस के शिकंजे में पकड़ा गया वो शख्स जो कई महीने से सड़क चलती लड़कियों के लिए दहशत की वजह बना हुआ था। मुंबई के बांद्रा और खार के पॉश इलाके, पर्ली हिल, माउंट मैरी और बस स्टैंड की महिलाओं और लड़कियां इस शख्स की दहशत की वजह से घर से निकलने के लिए सोचती थी। दहशत का आलम ऐसा था कि महिलाओं और लड़कियों ने तो सुबह-सुबह घर से निकलना तक बंद कर दिया था।
यहां तक कि पुलिस भी इस शख्स तक पहुंच नहीं पा रही थी। लड़कियों के लिए दहशत बने इस शख्स का नाम जिब्रान सैयद है। २६ साल का जिब्रान रेनकोट पहनकर अपनी स्कूटी पर निकलता और राह चलती लड़कियों से छेड़खानी कर मौके से फरार हो जाता था। इसी तरह कितनी ही लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़खानी की आरोपी जिब्रान ने। शहर में पिछले २ महीने से ३० लड़कियों के साथ छेड़खानी की। या उनसे ज्यादा भी की होगी।
उसने ऐसी बहूत सी घटनाओं का अंजाम दिया है, और हर बार वह बांद्रा और खर जैसे VIP इलाकों को चुनता था। खासतौर पर सुबह के समय वॉक के लिए निकलने वाली लड़कियों और महिलाओं को अपना निशाना बनाता था। जिसकी वजह से पुलिस भी बहुत परेशान थी। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए हर जगह नाकाबंदी भी कर दी थी। परंतु वह किसी को मिल नहीं रहा था। मुंबई के सीरियल मोलेस्टर को पकड़ना मुंबई पुलिस के लिए आसान नहीं था। ऐसे में जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस के साथ-साथ मुंबई क्राइम ब्रांच को भी दे दी गई। आख़िर में वह मुंबई पुलिस की नजरों से बच नहीं पाया और उनकी नजरों में आ ही गया।
अब बात तो यह है कि ऐसे बहुत सारे सीरियल मोलेस्टर इस दुनिया में घूम रहे हैं। जो आए दिन लड़कियों के साथ छेड़खानी करते हैं। एक सीरियल मोलेस्टर के पकड़े जाने से क्या यह छेड़खानी बंद हो जाएगी, क्या और सीरियल मोलेस्टर को एक सबक मिलेगा? पता नहीं क्या होगा, परंतु अगर यह महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़खानी बंद नहीं हुई तो समाज पर बहुत ही बुरा असर पड़ेगा। जिनका अंजाम भी बुरा होगा।