जम्?मू-कश्?मीर में बड़ी संख्?या में अतिरिक्?त सुरक्षा बलों की तैनाती के बाद हलचल बढ़ गई है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को उनके घरों में नजरबंद कर लिया गया है। साथ ही कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। घाटी में इंटरनेट सेवाए बंद करने के साथ ही जम्?मू और श्रीनगर में धारा १४४ लगा दी गई है। ये अगले आदेश तक लागू रहेगी। इस आदेश के मुताबिक भीड़ इकट्ठा नहीं हो पाएगी और शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे। रैली या सार्वजनिक सभा आयोजित करने पर बैन लगा दिया गया है।
वहीं आज सभी स्?कूल कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है। वादी के महत्वपूर्ण संस्थानों और संवेदनशील क्षेत्रों की चौकसी बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं। सुरक्षा के लिहाज से ३० हजार जवानों को तौनात किया गया है।
गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह आज राज्यसभा में ११ बजे कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे। कश्मीर में आर्थिक रूप से कमज़ोर तबकों के लिए १० फ़ीसदी आरक्षण वाला विधेयक बिल आज पेश किया जाएगा। राज्यसभा में उनके भाषण पर गंभीरता से नज़र रखी जाएगी। मालूम हो की ये बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है। इसके साथ ही अतिरिक्त जवानों की तैनाती को आर्टिकल ३५ ए और ३७० को खत्म करने से जोड़कर भी देखा जा रहा है, हालांकि केंद्र ने इन अटकलों को खारिज किया है।