भारतीय संविधान को आकार देने वाले और दलितों के मसीहा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का नाम अब यूपी के सभी सरकारी दस्तावेजों में डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर लिखा जाएगा। आपकों बता दें कि उनके पिता 'रामजी मालोजी सकपाल? के नाम का पहला नाम ?रामजी? उनके नाम में जोड़ा जाएगा। बुधवार को इस संबंध में यूपी के राज्यपाल ?रामनाइक? इस अाध्यादेश को जारी किया है।
गौरतलब है कि राज्यपाल रामनाइक ने 2017 में इस संबंध में एक कैंपेन चलाया था। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी खत लिखा था। उन्होंने कहा था कि किसी भी व्यक्ति का नाम उसी तरह लिखा जाना चाहिए जिस प्रकार से वह स्वयं लिखता हो। इस दृष्टि से भारत का संविधान की मूल हिन्दी प्रति के पृष्ठ 254 पर किए गए हस्ताक्षर (भीमराव रामजी आंबेडकर) के अनुसार, बाबा साहब का नाम डॉक्टर ?भीमराव आंबेडकर? लिखा जाना उचित होगा न कि डॉक्टर ?भीम राव अम्बेडकर?।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में भीमराव आंबेडकर का नाम डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर ही लिखा जाता है। अब इस नाम को यूपी में भी लागू किया जाएगा।