राज्यसभा में आज केंद्र की मौदी सरकार सबसे महत्वपूर्ण बिल पेश करने की पूरी तैयैरी में है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद राज्यसभा में तीन तलाक बिल पेश करेंगे। इस बिल का राज्यसभा में विपक्षी दल पहले से ही विरोध कर रहा है। मालूम हो की तीन तलाक बिल तीसरी बार सदन में पेश किया जाएगा। हालांकि बहुमत नहीं होने की वजह से हर बार राज्यसभा में बिल लटक जाता है।
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और अन्य दलों द्वारा हंगामें के बीच यह बिल लोकसभा में पारित हो चुका है। गौरतलब है कि लोकसभा में २५ जुलाई को तीन तलाक को अपराध बनाने वाला बिल चर्चा कर पास कर दिया गया था। इस बिल में तीन तलाक को गैर कानूनी बनाते हुए ३ साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान शामिल है.
१६वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद इस लोकसभा में सरकार कुछ बदलावों के साथ फिर से बिल को लेकर आई है। अब इस बिल को राज्यसभा से पारित कराने की चुनौती सरकार के सामने हैं, जहां एनडीए के पास पूर्ण बहुमत नहीं है।