भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक नई नीति को लागू किया है। रेलवे ने गुरुवार से अपने सभी स्टेशनों और ट्रेनों में नो बिल, नो पेमेंट की नीति लागू कर दी है। इस नई नीति के तहत अगर किसी भी यात्री को कोई भी वेंडर समान खरीदने पर बिल नही देता है तो खरीदा गया सामान पूरी तरह मुफ्त होगा। इसके लिए आपको किसी तरह का कोई भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर दी जानकारी
इस नीति को लागू किए जाने के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उन्?होंने कहा कि अगर कोई सामान बेचने वाला आपको बिल नहीं देता है, तो उसके पैसे देने की भी जरूरत नहीं है। वो सामान आपके लिए फ्री होगा।
इस नीति के लागू होने से यात्रियों को बहुत बड़ा फायदा होने की उम्मीद है। दरसल भारतीय रेलवे में अक्सर रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में वेंडरों की मनमानी की शिकायतें सामने आती रहती हैं। वेंडरों पर आरोप लगता है कि वह किसी भी वस्तु को तय कीमत से अधिक दर पर बेचते हैं। आपने अगर ट्रेन में सफर किया है और अगर आपने कभी चाय खरीद कर पी है तो आपसे वेंडर आमतौर पर १० रुपये वसूलते हैं। हालांकि, इसकी असली कीमत ७ रुपये है। लेकिन जानकारी ना होने के कारण वेंडर यात्रियों से मनमाना पैसा वसूलते है।
वहीं स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर मौजूद विक्रेता यात्रियों से केवल सामान की कीमत ले लेता है, लेकिन कभी भी बिल नहीं देता है। ऐसे में कई बार यात्रियों को लगता है कि तय दर से ज्यादा सामान की कीमत वसूली गई है। हालांकि अब नई नीति के लागू होने से पारदर्शिता आने की उम्मीद है। रेलमंत्रालय द्वारा इस नीति को लागू करने का मकसद देश में बढ़ते भ्रष्?टाचार पर लगाम लगाना है और अगर यह सख्?ती से लागू होता है, तो मोदी सरकार का ये कदम काबिले तारीफ होगा।