कर्नाटक विधान सभा चुनाव व आगामी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पक्ष विपक्ष में राजनीति गर्माती नजर आ रही है। एक बार फिर दलितों को मद्दा बना कर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरु हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए देश में हो रहे घोटाले और दलितों के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे को लेकर राजघाट में बापू की समाधि के सामने एक दिन का उपवास करेंगे।
इस उपवास में राहुल के साथ राज्यों और जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्त्ता भी एक दिन का उपवास रखेंगे। बता दें कि राहुल सीबीएसई पेपर लीक, पीएनबी घोटाले, कावेरी मुद्दे, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने और दलितों के खिलाफ हो रहे हमले जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संसद में चर्चा कराने में केंद्र सरकार की नाकामी के खिलाफ यह उपवास कर रह रहे हैं।
वहीं भाजपा सरकार कांग्रेस के खिलाफ संसद न चलने देने व फूट डालने की राजनीति का आरोप लगाते हुए 12 अप्रैल को अपने सांसदों को उपवास का निर्देश दे चुकी है।
बहरहाल भाजपा और कांग्रेस भले ही खुद को दलित का हितैषी बता रही हो लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं कि दोनों ही पार्टीया 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए दलित वोट बैंक पर अपना कब्जा जमाना ताहती है।