प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने की १७ और १८ तारीख को भूटान के दौरे पर रहेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग को और विस्तारित करना होगा ।माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान यात्रा के दौरान एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर भी करेंगे। भूटान भारत का रणनीतिक सहयोगी रहा है और पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए हैं।
इससे पहले पिछले महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर भूटान गए थे। जयशंकर ने अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान भूटान के प्रधानमंत्री लोताय त्सेरिंग सहित शीर्ष भूटानी नेतृत्व से मुलाकात की थी। उन्होंने जल विद्युत क्षेत्र में सहयोग पर जोर देने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तौर तरीकों पर चर्चा की थी।
बता दें कि २०१७ के डोकलाम विवद के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी का पहला भूटान दौरा होगा। चीन-भूटान-भारत ट्राई-जंक्शन के करीब ७३ दिनों तक ये विवाद चला था जहां भारत और चीन की सेना लगातार आमने-सामने थीं। डोकलाम भूटान का हिस्सा है, लेकिन चीन उससे अपना क्षेत्र बताता है।