मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा विधायक और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे द्वार निगमकर्मी की पिटाई मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती दिखाई है। संसद के मौजूदा सत्र के दौरान संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि 'ऐसे लोगों को पार्टी से निकाल देना चाहिए। मैं इसलिए खून-पसीना नहीं बहा रहा कि किसी का बेटा होने पर कोई मनमानी करे. मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता। बेटा चाहे किसी का भी हो, उसे कुछ भी मनमानी करने की छूट नहीं है।
बता दें कि ६ जून को इंदौर नगर निगम की टीम गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर मकान को ढहाने गई थी और इसी दौरान वहां रह रहे लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया जिसके बाद विधायक आकाश वहां पहुंचे। काफी देर तक निगम के अधिकारियों के साथ बहस करने के बाद बल्ले से अधिकारियों की पिटाई कर दी।
इस मामले में आकाश विजयवर्गीय सहित ११ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। शनिवार को भोपाल की विशेष अदालत ने उन्?हें जमानत दे दी। हालांकि जेल से रिहा होने के बाद उन्?होंने कहा, 'मुझे किसी तरह का कोई पछताछा नहीं है। उस वक्?त जो परिस्थितियां थीं, उसके अनुसार मैंने वही किया जो सही था।'