लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद आज नरेन्द्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान कैबिनेट के ४० से ज्यादा मंत्री भी शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन शाम ७ बजे होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि इस बार जेडीयू, एआईएडीएमके और शिवसेना जैसे सहयोगियों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
इन मंत्रियों को मिल सकती है कैबिनेट में जगह -
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में एकमात्र क्रिश्चियन मंत्री रहे अल्फोंस की जगह भाजपा के केरल प्रमुख वी मुरलीधरन को जगह दी जा सकती है। सुषमा स्वराज, उमा भारती और बीरेंद्र सिंह ने चुनाव नहीं लड़ा है। सूत्रों की माने तो संतोष गंगवार या राधा मोहन सिंह को १७ वीं लोकसभा का स्पीकर बनाया जा सकता है। वहीं सुषमा स्वराज को गुजरात से राज्यसभा एमपी बनाया जा सकता है। इसी तरह विजय साम्पला और राजन गोहन को इस बार टिकट ही नहीं मिला था। इस तरह इस बार मंत्रियों की वैकेंसी काफी दिख रही है। हरदीप सिंह पुरी को फिर से मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
इसके अलावा होशि?यारपुर से सांसद और पूर्व आईएएस अधिकारी दलित चेहरा सोम प्रकाश, तेलंगाना से पुराने संघ और बीजेपी के नेता जी. कृष्णन, बंगाल से बीजेपी नेता दिलीप घोष, खगेन मुर्मू, देबाश्री चौधरी, यूपी की रीता बहुगुणा जोशी, ओडिशा की अपराजिता सारंगी शामिल हैं. इसके अलावा यूपी, एमपी, राजस्थान, बिहार से कई नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। इस बार भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद उनके शपथ ग्रहण में शामिल हो सकते है। उनके अलावा चंद्रशेखर राव, जगन मोहन रेड्डी, पूर्व प्रधानमंत्रियों, सभी राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को न्योता भेजा गया है। इसके अलावा सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं को भी न्योता भेजा गया है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे। वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बार उनके शपथ ग्रहण में शामिल नहीं होंगी। पहले उन्होंने आने के लिए कहा था लेकिन एन वक्त पर उन्होंने मना कर दिया।