देश में लगातार पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने ना केवल आम आदमी की मु्श्किलें बढ़ाई है ब्लकि सरकार पर भी बढ़ती कीमतों के कारण चौतरफ दबाव बढ़ने लगा है। आवाजाही महंगी होने से जरूरत की अधिकांश चीजों पर भी इसका असर पड़ता दिखने लगा है। जिसके बाद अब पेट्रोल और डीजल की कीमत को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग तेज होने लगी है।
अगर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स को जीएसटी के दायरे में लाया जाता है तो ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इनके दामों में 30 से 40 रूपये की गिरावट आ सकती है। जानकार इसके पीछे दलील देते है कि जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वसूले जाने वाले अलग-अलग कर की जगह केवल एक ही टैक्स लगेगा। बता दें कि पेट्रोल पर आप लगभग 55.5% और डीजल पर लगभग 47.3% टैक्स चुकाते हैं. पेट्रोल और डीजल पर वसूले जाने वाले प्रमुख टैक्?स में केंद्र सरकार की सेंट्रल एक्?साइज ड्यूटी और राज्?य सरकारों का वैट शामिल है।
GST लागू करने से मिलेगी राहत
अभी लोगों से पेट्रोल पर 55.5% और डीजल पर 47.3% टैक्स वसूला जाता है। इसमें केंद्र सरकार की सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों का वैट शामिल है। पैट्रोलियम पदार्थो पर 18 फीसदी जीएसटी लगाने पर दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 76.86 पैसे से घटकर 45.75 रुपए प्रति लीटर हो जाएगी।
सूत्रों की माने तो पेट्रोलियम प्रोडक्?ट्स पर अगर 18 फीसदी जीएसटी लगाया जाता है तो दिल्?ली में पेट्रोल की कीमत कम होकर 45.75 रुपए प्रति लीटर हो जाएगी।