प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'परीक्षा पे चर्चा? कार्यक्रम में देश भर के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों से तनाव-रहित परीक्षा एवं संबंधित पहलुओं पर बातचीत कर रहे हैं। बता दें कि यह कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सुबह ११ बजे से आयोजित किया गया है। 'परीक्षा पे चर्चा? कार्यक्रम रेडियो और टीवी पर लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है। आप इस कार्यक्रम का सिधा प्रसारण http://webcast.gov.in/mhrd/ पर भी देख सकते है।
देशभर में डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल्स (डीआईओएस) ने सभी बोर्ड के प्रिंसिपल्स से स्कूलों में स्टूडेंट्स को 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम को लाइव दिखाने का निर्देश दिया है। बता दें कि पीएम ने सोमवार को ट्वीट कर छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने परीक्षा पर चर्चा करने के लिए ९वीं से १२तक के विद्यार्थी, उनके अभिभावक, शिक्षक और अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थियों को आमंत्रित किया है।
बता दें कि इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को वेबसाइट पर कुछ सवालों के जवाब लिखने होंगे। उत्कृष्ट और आकर्षक जवाब देने वालों को प्रधानमंत्री के साथ गुफ्तगू करने का मौका मिलेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बोर्ड की परीक्षाओं से पहले छात्रों को तनाव मुक्त करना और उनकी सही मार्गदर्शन करना है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों के साथ अपना पहला ऐसा संवाद पिछले साल फरवरी माह में किया था। तब उन्होंने छात्रों को परीक्षा के अवसाद से लड़ने में सहायक एक किताब 'एग्जाम वारियर' रिलीज की थी।
पीएम मोदी ने दिया छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को ये गुरु मंत्र -
जीवन में हर पल कसौटी जरूरी- पीएम मोदी
जीवन में हर पल कसौटी जरूरी है, यह हमें कसती है। हमें नई ऊर्जा मिलती है। हमारी विधा सामने आने का मौका मिलता है
लक्ष्य ऐसा हो जो पहुंच में हो, लेकिन पकड़ में ना हो - पीएम मोदी
एक बार जब लक्ष्य पकड़ में आ जाएगा तो उसी से नए लक्ष्य की प्राप्ति होगी।
बच्चे के रिपोर्ट कार्ड को विजिटिंग कार्ड ना समझें- पीएम मोदी
रिपोर्ट कार्ड सबसे बड़ी समस्या का जड़ है।
परीक्षा से बाहर भी है जीवन: पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि जीवन परीक्षा से बाहर भी है। परीक्षा ही सबकुछ नहीं है। एक या दो परीक्षा खराब हो जाने से जीवन खराब नहीं हो जाता।
किसी बच्चे की तुलना अन्य बच्चों से न करें पेरेंट्स व टीचर
परेंट्स व टीचर किसी बच्चे की तुलना अन्य बच्चों से न करें। इससे वह हतोत्साहित होता है।
जिंदगी का मतलब ठहराव नहीं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा संवाद में कहा कि जिंदगी का मतलब ठहराव नहीं है, जिंदगी का मतलब ही होता है गति।