विवादो में घिरी फिल्म पद्मावती राजनीतिक मुद्दा बन गया है. यूपी, हरियाणा, राजस्थान में हो रहे विरोध के बात अब मध्य प्रदेश में भी इसका विरोध जारी हो गया है. मध्यप्रदेश में फिल्म के दिखाए जाने पर रोक लगा दी गई है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य में फिल्म का प्रदर्शन नहीं होगा.उन्होंने कहा, ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर पद्मावती जी के सम्मान के खिलाफ फिल्म में दृष्य दिखाए गए हैं, तो उस फिल्म का प्रदर्शन मध्य प्रदेश की धर्ती पर नहीं होगा.
फिल्म पद्मावती को लेकर तक़रीबन 50 विधायकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने मूवी रिलीज होने के बाद राज्य में हालात बिगड़ने की बात कही थी.
शिवराज सिंह चौहान ने पद्मावती को राष्ट्रमाता का दर्जा देते हुए कहा कि रानी पद्मावती के सम्मान के लिए स्मारक बनाया जाएगा।
वही इस फिल्म को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोलते हुए कहा कि पूरा विवाद ना सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि यह एक राजनीतिक पार्टी द्वारा बोलने-लिखने की आजादी को खत्म करने का सोचा समझा प्लान है। उन्होंने आगे इस पूरे मामले पर हो रहे विवाद और देश के माहौल को 'सुपर इमरजेंसी' बताया। इसके सात ही ममता ने फिल्म इंडस्ट्री को एक जुट होकर इसका विरोध करने की बात की है.