कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विषय पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक रद्द कर दी गई है। ये बैठक सुबह १०.३० बजे संससद भवन में होनी थी। इस बैठक में यह तय होना था कि' एक देश, एक चुनाव' के मुद्दे पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई मीटिंग में जाना है या नहीं। गौर करने वाली बात यह भी है कि यूपी की इस बैठक में तेलुगू देशम पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और डीएमके ने आने से इनकार कर दिया था। यूपीए की बैठक के रद्द होने के बाद भी यह सस्पेंस बना हुआ है कि पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में यूपीए शामिल होगा कि नहीं।
बता दें कि मंगलवार को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने घटक दलों की बैठक हुई थी पर एक राष्ट्र एक चुनाव के मसले पर कोई बात नहीं हुई थी।सोनिया गांधी से मंगलवार को जब इस विषय पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कल बताया जाएगा।
कांग्रेस एवं विपक्षी दल लगातार देश में एक साथ सारे चुनाव करवाने का विरोध कर रहे हैं। वहीं भाजपा एक साथ सारे चुनाव करवाने का पक्षधर है। पार्टी का तर्क है कि इससे चुनाव में होने वाले खर्च को कम किया जा सकता है। वहीं विपक्ष का तर्क है कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में मुद्दे अलग-अलग होते हैं दोनों को साथ करवाने से मुद्दों चुनाव नहीं हो सकेगा। साथ ही ग्रामीण परिवेश के चुनाव तो चेहरों पर होते हैं। अगर चुनाव साथ होगा तो पार्टीवाद वहां भी हावी हो जाएगा। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी इस बैठक का बहिष्कार किया।