बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए देश भर में आंगनवाड़ी केंद्र स्थापित किए गए है। इस केंद्र में बच्चों को शिक्षा देने के साथ साथ खाना भी दिया जाता है, हालांकि यहां बच्चों को दिया जाने वाला खाना कितना पौष्टिक है ये जनता से छुपा नहीं है। आगनबाड़ी में बनाए जाने वाले खाने की क्ववालिटी और उसे बनाने के तरीकों पर आय दिन सवाल खड़े हुए है। लेकिन तमाम अव्यवस्ठाओं के बाद भी ये व्यवस्था यूं ही चलती रहती है।
ऐसा ही एक कुछ मध्य प्रदेश में देखने को मिला है। कमलनाथ सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने ऐसे ही एक मामले में बेहद ही गैरजिम्मेदराना बयान दिया है उन्होंने कहा कि शौचालय में खाना पकाने में कोई परेशानी नहीं है बस शौचालय सीट और स्टोव के बीच विभाजन होना चाहिए। मंत्री का यह बयान उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि मध्यप्रदेश के करैरा में स्थित एक आंगनबाड़ी केन्द्र में शौचालय का इस्तेमाल रसोई के तौर पर किया जा रहा है।
आपको बता दें कि करैरा के जिस आंगनबाड़ी केंद्र में रसोई घर से शौचालय मिला हुआ है वहां एल.पी.जी सिलेंडर का इस्तेमाल कर स्टोव पर खाना बनाया जा रहा था। खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बर्तनों को शौचालय की सीट पर रखा गया था। हालांकि इमरती देवी ने कहा कि शौचलय की जिस सीट पर बर्तनों को रखा जा रहा था, उस सीट का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। उसे बजरी भरकर बंद किया हुआ था। बहरहाल इस मामले के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए है।