प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक में ?ऐतिहासिक और सफल भागीदारी' के बाद भारत वापस लौट चुके हैं। पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने आतंकवाद समेत दुनिया के समक्ष गंभीर चुनौतियों के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने दुनिया के कई नेताओं और उद्योगपतियों से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्विटर पर लिखा है, ??इस साल डब्ल्यूईएफ का विषय ?विभाजित दुनिया में साझा भविष्य का सृजन' है जो काफी विचारणीय है। यह हमें आने वाली पीढ़ी के लिये बेहतर भविष्य के सृजन के उपायों पर चर्चा के लिये प्रेरित करता है।?
इस मौके पर पीएम मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदू, नीदरलैंड की प्रधानमंत्री क्वीन मैक्जिमा और स्विटजरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बेर्सेट से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने म्यांमार की काउंसेलर आंग सान सु की के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की।
मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा भारत वर्ष 2025 तक पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है। भारत को निवेश का आकर्षक स्थल बताते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग धन के साथ तंदुरुस्ती और समृद्धि के साथ शांति चाहते हैं उन्हें भारत आना चाहिए।पिछले 20 सालों में भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का आकार छह गुना बढ़ा है।