मुबंई में मोनोरेल की सेवा को आज एक बार फिर से बहाल कर दिया गया है। मोनोरेल सेवा को एक बार फिर से जनता के लिए खोल दिया गया है। मोनोरेल की ये सेवा चेम्बूर से वडाला तक के लिए पब्लिक के लिए खोली गई है। मोनो रेल के परिचालन के लिए मौजूदा समय में कुल 3 रेक ही हैं, अन्य तीन रेकों को कुछ समय बाद जोड़ा जायेगा। हालांकि कुल 10 रेकों की आवश्यकता है।
मोनो रेल के पहले चरण से रोजाना 18000 से 20,000 यात्री सफर करते थे। मोनो रेल सेवा बंद होने से हर माह एमएमआरडीए प्रबंधन को 1 करोड़ 80 लाख रुपये का घाटा हो रहा था। गौरतलब है कि मोनो रेल के पूरे चरण के परिचालन की निविदा मंगाई गई थी। निविदा में आईएल ऐंड एफएस का नाम सामने आया और कंपनी ने भी परिचालन के लिए 2000 करोड़ की राशि आवंटित की है।
गौरतलब है कि मुंबई में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भारत की पहली मोनोरेल सेवा की शुरुआत 1 फरवरी 2014 को की थी। इसके निर्माण पर 1900 करोड़ रुपये की लागत आई।