अपनी हक की मांग के लिए किसानों का जन सैलाब आज विधानसभा का घेराव करेने जा रहा है।इस दौरान किसानों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करेगा। ये मुलाकात दोपहर 2 बजे होगी, जिसके बाद किसान अगले कदम पर फैसला लेंगे।
गौरतलब है कि इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार रात कहा कि उनकी सरकार किसानों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. उन्होंने आंदोलनरत किसानों से सोमवार को शहर में यातायात नहीं रोकने की भी अपील की है। ताकि शहर में दसवीं की परीक्षा देने वाले छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर जाने में दिक्कत न हो।
फडणवीस ने कहा है कि सरकार उनसे बात करेगी और उनके मुद्दों को सुलझाएगी. सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है। उन्होंने कहा, 'उनकी मांगों पर चर्चा के लिए हमने मंत्रियों की एक समिति बनाई है. हमने उन्हें (किसान नेताओं) को बातचीत के लिए बुलाया है.
बता दें कि इस आदोलन को लेकर किसानों ने किसी भी मार्ग को बंद नहीं किया है। इसके साथ ही किसी भी रूट को डायवर्ट नहीं किया गया है।
बता दें कि कि किसान दो बजे तक इस लिए रुके है क्यों कि आज बच्चों की बोर्ड परीक्षा है, और बच्चो की परिक्षा में कोई बाधा ना आए इस लिए किसान रुके हुए है। बता दें कि जैसे ही परीक्षा खत्म होगी, किसान विधानसभा का घेराव करने निकल जाएंगे।
इन कारणों से किसान कर रहे है आंदोलन-
पहली मांग पूरे तरीके से कर्जमाफी है. बैंकों से लिया कर्ज किसानों के लिए बोझ बन चुका है. मौसम के बदलने से हर साल फसलें तबाह हो रही है. ऐसे में किसान चाहते हैं कि उन्हें कर्ज से मुक्ति मिले.
किसान संगठनों का कहना है कि महाराष्ट्र के ज्यादातर किसान फसल बर्बाद होने के चलते बिजली बिल नहीं चुका पाते हैं. इसलिए उन्हें बिजली बिल में छूट दी जाए
किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें भी लागू करने की मांग किसान कर रहे हैं।